डरावनी गुड़िया ( कहानी )प्रतियोगिता हेतु-15-Apr-2024
दिनांक- 15,04,2024 दिवस- सोमवार प्रदत्त विषय -डरावनी गुड़िया (कहानी )प्रतियोगिता हेतु
जब से यह डरावनी सी गुड़िया घर मेंआई है तब से पूरे घर में कुछ भी सामान्य रूप से नहीं चल रहा है। पता नहीं क्या बात है! शबाना इस बात को लेकर बहुत परेशान थी रात में उसकी नन्हीं सी बेटी नाजिया अचानक डरकर उठ जाती थी। उस रात सोते समय शबाना अपनी बेटी नाजिया को अपने पास सुलाई और उस गुड़िया को जिसके आने से घर में सब कुछ उल्टा- पुल्टा हो रहा था उसने बाहर फेंक दिया। लेकिन यह क्या! जैसे ही वह गहरी नींद में सोई उसे ऐसा लगा उसकी बेटी किसी से बात कर रही है और जब उसने आंँख खोला तो देखा वह गुड़िया उसके बेटी के बगल में लेटी हुई है और उसकी बेटी उससे बात कर रही है। यह सब देखकर शबाना को अपनी आंँखों पर विश्वास नहीं हो रहा था लेकिन यह सब सपना नहीं था हकीकत था। नाजिया सचमुच उस गुड़िया से बात कर रही थी सुबह शबाना यह हादसा अपने पति को बताई। उसके पति को भूत- प्रेत, जादू - टोना में कोई विश्वास नहीं था ।
अतः उसने शबाना से कहा यह सब तुम्हारे मन का वहम् है या फिर तुमने कोई डरावनी पिक्चर देखा है, सीरियल देखा है जिससे तुम्हारे दिमाग में वही बात चल रही है, जो तुमने उसे सीरियल में देखा है।
अपने पति की इस तरह की बात को सुनकर शबाना ने कहा ऐसा कुछ भी नहीं है। मैंने महसूस नहीं किया है बल्कि मैंने देखा है उस डरावनी गुड़िया को मैने बाहर फेंक दिया था रात को गुड़िया नाजिया के बगल में थी और नाजिया उससे हंँस-हंँसकर बातें कर रही थी उसके पति ने कहा ठीक है अब अगर ऐसा होगा तो मुझे बताना। फिर रात को शबाना और उसके पति उस गुड़िया को घर के बाहर फेंक आए।
पति-पत्नी और नाजिया तीनों सो गए फिर सोने के एक घंटे बाद नाजिया को ऐसा महसूस हुआ कि उसकी बेटी किसी से बात कर रही है। शबाना डर के मारे काँप पर रही थी उसने अपने पति को धीरे-धीरे चींटी काट के जगाया, और इशारे से नाजिया और गुड़िया की बात सुनने और देखने के लिए कहा ।उसके पति भी इस चीज़ को देखकर एकदम हक्के- बक्के से हो गए।
यह कैसे हो सकता है! रात को तो दोनों पति-पत्नी एक साथ गुड़िया को घर के बाहर फैंक दिये थे फिर गुड़िया बेड पर ए कैसे आ गई और यह गुड़िया बोल कैसे सकती है!
सुबह उठकर शबाना ने अपने पति से कहा देखा आपने यह कोई मनगढ़ंत कहानी नहीं है। यह गुड़िया सामान्य गुड़िया न होकर कोई भूत प्रेत है जिसे पता नहीं कहांँ से नाजिया उठा ले आई है। फिर शबाना नाजिया और शबाना के पति इस गुड़िया को लेकर एक मौलवी के यहांँ गए। मौलवी साहब गुड़िया को देखते ही नाजिया से गुड़िया को दूर फेंकने को कहे। नाजिया गुड़िया को किसी भी क़ीमत पर फेंकने को तैयार नहीं थी, क्योंकि अब वह उसकी अच्छी सहेली बन गई थी। वह कहती नहीं यह मेरी दोस्त है मैं इसे नहीं फेंक सकती।
तब शबाना ने मौलवी साहब से कहा, मौलवी साहब जब से यह डरावनी गुड़िया घर में आई है तबसे घर में कुछ भी सामान्य नहीं चल रहा है। नाजिया हमेशा बीमार रहने लगी है, यह स्कूल भी नहीं जाना चाहती है। पूरे समय सिर्फ़ गुड़िया के साथ खेलना और बात करना चाहती है। कृपया हमें किसी भी तरह इस गुड़िया से निजात दिलाईये। आख़िर यह गुड़िया कौन है? तभी मौलवी साहब में ने कहा, यह गुड़िया कोई सामान्य गुड़िया नहीं है बल्कि एक लड़की की आत्मा है।
दरअसल एक दिन ब्याही म बालिका ने इसको जन्म दिया था। उसके माता-पिता ने उस नवजात शिशु की गला दबाकर हत्या कर दिया। जब वह बच्ची उन लोगों को परेशान करने लगी तो वो लोग उसकी आत्मा को इस गुड़िया में कैद करके फेंक दिए, जिसे शबाना बाहर खेलने गई तो उठा ले आई। और इस तरह से यह डरावनी गुड़िया आपके घर में आ गई।
अब समय के साथ-साथ वह बच्ची बड़ी हो गई है। अतः अब यह अपना मित्र बनना चाहती है और इसमें अपने मित्र के रूप में इसने आपकी बेटी को खोज लिया है। अब इससे मुक्ति पाने का सिर्फ़ एक ही तरीका है कि आप इस बच्ची की आत्मा की शांति के लिए उपाय करिए।
तब शबाना और उसके पति ने कहा हमें क्या करना चाहिए? मौलवी साहब ने कहा, इस बच्चे को पूरे नियम- विधि के साथ ले दफ़न कर दीजिए, इसकी कब्र बना दीजिएऔर इससे प्रार्थना करिए कि यह हमारी दुनिया को छोड़कर दूसरी दुनिया में जाए और फिर कभी भी वापस न आए।
शबाना और उसके पति ने ऐसा ही किया तब जाकर उन्हें उस डरावनी गुड़िया से मुक्ति मिली और उनकी बेटी सामान्य हो पाई।
यह कहानी हमें यही सीख देती है कि हमें घर के बाहर पड़ी हुई किसी भी चीज़ को उठाना नहीं चाहिए। पता नहीं किस चीज़ के रूप में हम कौन सी मुसीबत को लेकर अपने घर आ जाएँ।
साधना शाही, वाराणसी
Gunjan Kamal
19-Apr-2024 06:28 PM
👌🏻👏🏻
Reply
Mohammed urooj khan
17-Apr-2024 11:59 PM
👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾
Reply
Babita patel
16-Apr-2024 06:02 AM
सही सीख
Reply